वॉयस ऑफ बनारस।
वाराणसी।
प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत संघ व बीजेपी व अधिकारियों की मिली भगत से काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर इस समय केवल पैसा बनाने का संसाधन बन कर रह गया हैं, हर विभाग व संस्थानों में ब्यापक पैमाने पर अनिमितताओं का बोलबाला हैं जिसका ताजा उदाहरण चीफ प्राक्टर कार्यालय से मांगी गई,आरटीआई का जवाब हॉर्टिकल्चर विभाग बीएचयू द्वारा प्राप्त हुआ जिसके अनुसार बीएचयू कैंपस में अब तक उद्यान विशेषज्ञ इकाई द्वारा वृक्षों की गणना नहीं की गई है|
अब आप खुद ही समझ सकते हैं कि बीएचयू कैंपस में कितने पेड़ काट दिए गए हैं और कितने कटेंगे ?? बीएचयू में मोटी रकम के वेतन लेने वाले हॉर्टिकल्चर विभाग का आखिर कार्य क्या है? लगातार बीएचयू में ब्यापत भष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस व सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा संघर्ष जारी हैं,उसके बावजूद भी प्रशासन लापरवाही से बाज नही आ रहा हैं,
अगर बीएचयू प्रशासन अपनी कार्यशैली नही सुधारता हैं तो कांग्रेस जन जनसहयोग से इस तानाशाही के खिलाफ ब्यापक स्तर पर आंदोलन के लिये बाध्य होंगे।।