वॉयस ऑफ बनारस।
वाराणसी। जैतपुर स्थित मद्धेशिया धर्मशाला में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा के चतुर्थ दिवस पर आपने बताया कि जब-जब पृथ्वी पर पापा कर एवं अनाचार की वृद्धि हुई तब तक प्रभु विभिन्न रूपों में अवतार लेकर अपने भक्तों की तथा धर्म की रक्षा की है महाराज कंस के धर्म विरोधी कार्यो से जब नर नारी मर्माहट हुए तब भगवान श्री कृष्ण ने जन्म लेकर उसका वध करके सभी भक्तों को भाई मुक्त कर दिया प्रभु के जन्म की
जिस समय आपने चर्चा की उसे समय पूरा पंडाल में बैठे नर नारी जय कन्हैया लाल की हाथी घोड़ा पाल की तथा वृंदावन बिहारी लाल जी महाराज की जयकारे से पूरा पंडाल जयकारे से गूंज उठा तथा वहां का माहौल देखकर सभी भक्तगण निहाल हो गए अंत में व्यास पीठ की आरती भैया लाल सेठ काशीनाथ जी बाबा प्रेम शरण दास जी राजेश कुमार रामलाल कन्हैयालाल बृजकिशोर दास विनोद सेठ रंजीत कुमार तारा देवी गीत देवी प्रेमा देवी छेदीलाल सेठ मुन्ना सा राधिका देवी आदि ने आरती उतारी।