वॉयसऑफ बनारस।
वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी ने मंगलवार को अर्थशास्त्र विभाग की एसोशिएट प्रोफेसर डॉ. शशि बाला की दो
पुस्तकों- ‘सतत कृषि एवं ग्रामीण विकास’ तथा ‘गांधी और अम्बेडकर का आर्थिक दर्शन’ का लोकार्पण किया। डॉ. शशि बाला ने बताया कि पुस्तक ‘सतत कृषि एवं ग्रामीण विकास’ में भारतीय कृषि की वर्तमान चुनौतियों, अवसर तथा सम्भावनाएं- जैसे न्यूनतम समर्थन मूल्य, कृषि स्टार्टअप्स, कृषि निर्यात एवं जीडीपी में कृषि, उर्जा के वैकल्पिक स्रोत एवं नवीन रोजगार सम्भावनाओं में कृषि पर्यटन एवं रोजगार आदि को प्रमुखता दी गई है।
वहीं, ‘गांधी एवं अम्बेडकर का आर्थिक दर्शन’ के प्रथम खंड में भारत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आर्थिक विचारधारा, ग्राम स्वराज एवं आत्मनिर्भरता, श्रम प्रधानता, हस्तशिल्प एवं कौशल शिक्षा, रोजगार, विकेन्द्रीयकरण, सर्वोदय, सर्वधर्म समभाव, वित्त व्यवस्था तथा करारोपण सम्बन्धी विचारों को समाहित किया गया है। द्वितीय खंड में बाबा साहेब अम्बेडकर के आर्थिक विचारों एवं योगदान- भारतीय रिजर्व बैंक की अभिकल्पना, नियमानुदेश, कार्यशैली तथा रूपरेखा, मुद्रा एवं सार्वजनिक वित्त, करारोपण, कृषि विकास तथा औद्योगीकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग, बीमा, रोजगार, श्रम नीति, मजदूरी, उचित वेतन एवं अवकाश तथा महिला सशक्तिकरण एवं आर्थिक-सामाजिक समानता जैसे विषयों को समाहित किया गया है। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. सुनीता पांडेय, उप कुलसचिव हरीश चन्द, कुलानुशासक प्रो. के.के. सिंह आदि उपस्थित रहे।