कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जा करने व तोड़फोड़ करने पर पीड़ितों संग कांग्रेस पार्टी ने की पत्रकार वार्ता

वॉयस ऑफ बनारस।

वाराणसी। सरकार  के सह पर अराजकती द्वारा मौजा रामापुरा वाराणसी में स्थित कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जा करने व तोड़फोड़ करने के सम्बन्ध में आज दिनांक 23 जून को पीड़ितों संग कांग्रेस पार्टी ने एक पत्रकार वार्ता मैदागिन स्तिथि पराडकर भवन में किया।

पीड़ित पक्षकार अहमद जमाल ज्ञानी ने बताया की हम वाराणसी के निवासी है मौजा रामारपुरा में स्थित कब्रिस्तान जो कि आराजी नम्बर 208 209 व 210 पर कायम है तथा 1291 फसली वर्ष अर्थात 1883-1884 वर्ष के खतौनी व खसरे में भी बशकल कब्रिस्तान दर्ज है इसके अतिरिक्त नगर निगम वाराणसी के असेसमेन्ट रजिस्टर में भी उपरोक्त कब्रिस्तान दर्ज तथा टैक्स से मुक्त है उपरोक्त कब्रिस्तान वाराणसी शहर के मुस्लिम बिरादरी द्वारा मुर्दै दफन करने के काम आता है और विगत 150 वर्षों से मुस्लिम सम्प्रदाय के लोग कब्रिस्तान पर फातेहा पढ़ते हैं और मुर्दे दफन करते हैं।1883-1884 की खतौनी को देखने से और मौका देखने से ही कब्रिस्तान साबित है उपरोक्त आराजी नम्बर 208 व 210 कब्रिस्तान है तथा आराजी 209 कब्रिस्तान को जोडने का रास्ता है इधर विगत कुछ वर्षों से तहसील के कर्मचारियों से सांठ गाठ करके अभिषेक खन्ना पुत्र गिरधर गोपाल खन्ना ने फर्जी तरीके से अपने पिता व अपने दादा बलभद्र दास का नाम बगैर किसी सक्षम न्यायालय का आदेश कराए तथा बगैर मुकदमा नम्बर के नाम चढ़वा दिया है और वर्तमान समय में लेखपाल व कानूनगो की मिली भगत से उपरोक्त आराजी नम्बर 208 को आबादी दिखा रहें हैं। जिसमें जाँच का आदेश सिटी मजिस्टेट साहब को दिया था उपरोक्त सिटी मजिस्ट्रेट साहब को जाँच करके रिपोर्ट सौपनी थी लेकिन विपक्षी तथा उसके साथियों के साथ मिलकर के कब्रिस्तान पर रास्ता निकालने के नाम पर उपरोक्त विपक्षीगणों का दीवाल उठवाकर कब्जा करवा दिया गया।जिसमें लेखपाल ओम प्रकाश पाण्डेय भी शामिल है और मौके पर फोर्स के साथ उंची उंची बाऊण्डी करवा रहें हैं जबकि सिटी मजिस्ट्रेट वाराणसी को हम प्रार्थीगणों ने मिलकर कब्रिस्तान का सारा कागजात दिया था और उनसे निवेदन किया था कि मौके पर जाँच के नाम पर विपक्षी का कब्जा न करवाएं इसके अतिरिक्त एस०डी०एम० सदर वाराणसी की अदालत में उपरोक्त विपक्षी का फर्जी चढ़ा हुआ नाम खतौनी व खसरे से से निरस्त कराने के लिए धारा 32/38 उत्तर-प्रदेश राजस्व संहिता के अन्तर्गत हम प्रार्थीगणों ने दिनांक 31/01/2025 ई0 को वाद दाखिल किया है जो कि लंबित है। उपरोक्त कब्रिस्तान वक्फ कब्रिस्तान है जिसका वक्फ नम्बरी 2400 है जिसकी देख रेख के लिए सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड ने एक कमेटी हम प्रार्थीगणों की बना रखी है और हम प्रार्थीगण कब्रिस्तान की देख भाल करतें हैं। उपरोक्त सिटी मजिस्टेट व लेखपाल ओम प्रकाश पाण्डेय तथा तहसील के अन्य कर्मचारीगणों से जब प्रार्थीगणो ने दीवार उठवाने से मना किया तो उपरोक्त व्यक्तिगणो ने यह बहाना बनाया कि मौके पर चक चकरोड निकाल रहे है है जबकि मौके की हकीकत यह है कि चकरोड निकालने के नाम पर उपरोक्त व्यक्तिगणो ने विपक्षीगणो का आराजी नं० 208 पर उची उची बाउण्ड्री करवाकर कब्जा करा दिया तथा उपरोक्त निर्माण कार्य दिनांक 18-06-2025 से जारी है।हमारी मांग है की उपरोक्त कब्रिस्तान पर मौके पर चल रहे अवैध निर्माण कार्य व कब्जे की कार्यवाही को रोका जाए तथा 18/06/2025 ई0 से पूर्व की स्थिति कायम की जाये एवं दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाए ताकि कब्रिस्तान सुरक्षित किया जा सके।कांग्रेस महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने कहा की :– इस सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है इंसान से लेकर श्मशान तक और कब्रिस्तान तक सुरक्षित नहीं है क्योंकि सही मायने में भाजपा सरकार ही सुरक्षित हाथों में नहीं है।जब 1291 फसली सन् 1883-84

जब बन्दोबस्ती नक्शा बना तब से कब्रस्तान दर्ज चली आ रही है। जिसे मुसम्मात बुलाकिनी कुँवर ने पीड़ित के पूर्वजो ज्ञानी को दिया। 208 आराजी कब्रस्तान 209 रास्ता 210 कब्रस्तान दर्ज है।10/11/1930 को जब खतौनी निकाली गयी तो इसमें भी पहले के जैसे ही पीड़ित के पूर्वज का नाम दर्ज है।सन् 1984 में फिर खतौनी निकाली गयी जिसमें भी पीड़ित के पूर्वज का नाम ही दर्ज है।सन् 2004 में भी उसी प्रकार पीड़ित पूर्वज ज्ञानी का नाम ही दर्ज है।सन् 2007 में फिर से बन्दोबस्ती नक्शा निकाला गया उसमें भी पीड़ित ज्ञानी का नाम ही दर्ज है।सन् 2009 में भी बन्दोबस्ती रिकार्ड निकाला गया उसमें भी पीड़ित के पूर्वज ज्ञानी का नाम ही दर्ज है।और जब हाल रिकार्ड निकलवाने का प्रयास करने पर मालूम हुआ कि रिकार्ड शासन द्वारा सील किया गया है।कब्रस्तान वक्फ बोर्ड में पंजीकृत है जिसका पंजियन संख्या 2400 है।फिर भी इस सरकार के सह के द्वारा अराजकता फैलाने की कोशिश की जा रही है और सरकारी सह पर कब्जे का कार्य किया जा रहा है एक विशेष समुदाय को चिन्हित कर उनके हक अधिकार जमीन को छीनना निंदनीय कृत्य है हम सरकार से मांग करते है की इस मामले की निष्पक्ष जांच हो व दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही सुनिश्चित की जाए व पुनः की भांति कब्रिस्तान की भूमि को सुरक्षित किया जाए।अन्यथा कांग्रेस पार्टी पीड़ितों की लड़ाई सड़क से सदन तक लड़ेगी।

पत्रकार वार्ता में प्रदेश सचिव फसाहत हुसैन बाबू,पार्षद दल नेता गुलशन अली,महानगर उपाध्यक्ष डॉ राजेश गुप्ता,अल्पसंख्यक कांग्रेस महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद डोडे, रोहित दुबे,विनीत चौबे,फैयाज अहमद ज्ञानी,अल्ताफ अहमद ज्ञानी,सद्दाम हुसैन शामिल रहे!!

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