********************************************** नाटी इमली के ऐतिहासिक मैदान में हुई भरत मिलाप की अद्भुत लीला, चारों भाइयों के मिलन की लीला देख सजल हुई आंखे प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी लीला में शामिल हो प्रभु का दर्शन किए प्रदेश अध्यक्ष अजय राय **********************************************
वॉयसा ऑफ बनारस।
वाराणसी । काशी के ऐतिहासिक मैदान भरत मिलापलीला परम्परा में लाखों का हुजूम उमड़ता है भगवान राम, लक्ष्मण माता सीता के दर्शन के लिए शहर ही नहीं अपितु पूरे देश के लोग उमड़ पड़ते है। शाम को लगभग चार बजकर चालीस मिनट पर जैसे ही अस्ताचल गामी सूर्य की किरणे भरत मिलाप मैदान के एक निश्चित स्थान पर पड़ती हैं तब लगभग पांच मिनट के लिए माहौल थम सा जाता है। जैसे ही चारों भाइयों का मिलन होता है पूरे मैदान में जयकारा गूंज उठता है। हर वर्ष इस पारंपरिक लीला के साक्षी बन दर्शन करते है प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ।
प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा की – काशी की परंपरा,लोक आस्था ,संस्कृति व आस्था को आत्मसात करना ही बनारसी होने की पहचान है।हम प्रत्येक वर्ष लीला में शामिल हो प्रभु का दर्शन करते है।लंका में रावण पर विजय प्राप्त करने के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी जब वापस लौटते है तो उनके दर्शन के लिए आतुर उनके अनुज भरत और शत्रुधन उनका बेसब्री से इन्तजार करते है और उनके इसी मिलन को 481 वर्षो से परंपरा के रूप में काशी के भरत मिलाप लीला को यहाँ दर्शाया जा रहा है जो लक्खा मेले में भी शुमार है विश्व प्रसिद्द है और इसमें भगवान् राम जी का जीवंत दर्शन होता है।भगवान् श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता के साथ भरत और शत्रुघ्न के दर्शन कर हम भक्त भावविभोर हो जाते है।यह भरत मिलाप की लीला समाज में भाईचारा ,एकता ,एकजुटता, मधुरता,आपसी प्रेम और सौहार्द का संदेश देता है।प्रभु श्रीराम जी का संपूर्ण जीवन ही मर्यादा का संदेश है।
अजय राय संग इस अनूठी व लक्खा मेला का साक्षी बने महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे,राघवेन्द्र प्रताप सिंह,ओमप्रकाश ओझा,मनीष मोरोलिया,चंचल शर्मा,आशिष गुप्ता, छांगुर, परवेज खां,आंनद पाण्डेय,नवीन उपाध्याय,विनय जायसवाल, समेत कई लोग उपस्थित रहे।