●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● नगर निगम का वित्तीय वर्ष मूल बजट के 104916.77 लाख के स्थान पर पुनरीक्षित बजट पास हुआ 113697.12 लाख ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● जलकल का वित्तीय वर्ष मूल बजट के 29405 लाख के स्थान पर पुनरीक्षित बजट पास हुआ 29505 लाख ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●
वॉयस ऑफ बनारस।
वाराणसी। महापौर अशोक तिवारी की अध्यक्षता में आज वित्तीय वर्ष 2024-25 के पुनरीक्षित बजट को पास कराने हेतु नगर निगम के सभागार में अपराह्न 01ः00 बजे बैठक की गयी, जिसमें आय एवं व्यय के मदो पर विस्तार के साथ चर्चा की गयी। सर्वप्रथम नगर निगम के बजट पर चर्चा हुई। आय के मदों में कुल रु0 7102 लाख की वृद्धि की गयी है। जिन आय एवं व्यय के मदों में बढ़ोत्तरी या कमी की गयी, उनका विवरण निम्नलिखित हैः-
1. सेवा/ प्रशासनिक शुल्क सड़क क्षति वसूली के मद में मूल बजट में रु0 300 लाख का प्राविधान किया गया था, जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 400 लाख किया गया। इस मद में रु0 100 लाख की वृद्धि की गयी।
2. राज्य वित्त आयोग के मद में मूल बजट में रु0 38000 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 45000 लाख किया गया। इस मद में रु0 700 लाख की वृद्धि की गयी।
3. दण्ड और जुर्माना (अतिक्रमण विभाग) के मद में मूल बजट में रु0 4 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 6 लाख किया गया। इस मद में रु0 2 लाख की वृद्धि की गयी।
व्यय के मदों में कुल रु0 4427 लाख की वृद्धि की गयी है। जिन व्यय के मदों में बढ़ोत्तरी या कमी की गयी, उनका विवरण निम्नलिखित हैः-
1. मजदूरी संविदा (सफाई मित्र) के मद में मूल बजट में रु0 2300 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 2400 लाख किया गया। इस मद में रु0 100 लाख की वृद्धि की गयी।
2. कर्मचारियों का पेंशन के मद में मूल बजट में रु0 7000 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 8000 लाख किया गया। इस मद में रु0 1000 लाख की वृद्धि की गयी।
3. महापौर/ पार्षद/ अधिकारी भ्रमण भत्ता के मद में मूल बजट में रु0 30 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 49 लाख किया गया। इस मद में रु0 19 लाख की वृद्धि की गयी।
4. डीजल प्रेट्रोल/ सी0एन0जी0 के मद में मूल बजट में रु0 800 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 1400 लाख किया गया। इस मद में रु0 1400 लाख की वृद्धि की गयी।
5. कम्प्यूटर, फोटो स्टेट, सी0सी0 कैमरा के मद में मूल बजट में रु0 30 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 42 लाख किया गया। इस मद में रु0 12 लाख की वृद्धि की गयी।
6. उद्यानों के रख-रखाव के मद में मूल बजट में रु0 200 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 500 लाख किया गया। इस मद में रु0 300 लाख की वृद्धि की गयी।
7. एस0टी0पी0 सीवर पम्पिंग स्टेशन रखरखाव के मद में मूल बजट में रु0 2000 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 4000 लाख किया गया। इस मद में रु0 2000 लाख की वृद्धि की गयी।
8. राज्य वित्त आयोग (ई0ई0एस0एल0 स्ट्रीट लाइट) के मद में मूल बजट में रु0 200 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 700 लाख किया गया। इस मद में रु0 500 लाख की वृद्धि की गयी।
9. अस्थायी कार्य व्यय बैरेकेटिंग, टेण्ट शामियाना के मद में मूल बजट में रु0 700 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 800 लाख किया गया। इस मद में रु0 100 लाख की वृद्धि की गयी है।
10. ठेकेदारों, आपूूर्तिकर्ताओं के देयताओं के मद में मूल बजट में रु0 700 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 800 लाख किया गया। इस मद में रु0 100 लाख की वृद्धि की गयी है।
11. वाहनों वाह्य मरम्मत के मद में मूल बजट में रु0 150 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में घटाकर रु0 100 लाख किया गया। इस मद में रु0 50 लाख की कमी की गयी है।
12. गंगा नदी सफाई हेतु फ्लोटिंग थ्रेस स्किमर क्रय एवं संचालन के मद में मूल बजट में रु0 357 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में घटाकर रु0 100 लाख किया गया। इस मद में रु0 257 लाख की कमी की गयी है।
जलकल विभाग के बजट पर चर्चा हुई। जलकल विभाग का पुनरीक्षित बजट रु0 29440 लाख का स्वीकृत किया गया। जिन मदों में वृद्धि की गयी, उसका विवरण निम्नवत् हैः-
1. जलकर, जलमूल्य एवं सीवरकर सहित अन्य जलकल विभाग के करों के मद में मूल बजट में रु0 9630 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 9730 लाख किया गया। इस मद में रु0 100 लाख की वृद्धि की गयी है।
*जलकल विभाग के व्यय के जिन मदों में वृद्धि की गयी, उसका विवरण निम्नवत् हैः-*
1. नई नलिकायें बिछाना (जल/सीवर/मेनहोल निर्माण) के व्यय मद के मूल बजट में रु0 300 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 350 लाख किया गया। इस मद में रु0 50 लाख की वृद्धि की गयी है।
2. नियमित वेतन/ महगांई भत्ते एवं अन्य भत्ते के व्यय मद के मूल बजट में रु0 1800 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 1900 लाख किया गया। इस मद में रु0 100 लाख की वृद्धि की गयी है।
3. पेंशन के व्यय मद के मूल बजट में रु0 1800 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 1900 लाख किया गया। इस मद में रु0 1000 लाख की वृद्धि की गयी है।
4. जल वाहिनियों के रख-रखाव के व्यय मद के मूल बजट में रु0 200 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 300 लाख किया गया। इस मद में रु0 100 लाख की वृद्धि की गयी है।
5. सीवर वाहिनियों एवं मेनहोल की मरम्मत पर व्यय के व्यय मद के मूल बजट में रु0 250 लाख का प्राविधान किया गया था जिसे पुनरीक्षित बजट में बढ़ाकर रु0 350 लाख किया गया। इस मद में रु0 50 लाख की वृद्धि की गयी है।
बैठक में मा0 महापौर के द्वारा निम्नलिखित निर्देश दिये गये।
1. एस0टी0पी0 संचालन के मद में उत्तर प्रदेश जल निगम को अवमुक्त की जाने वाली धनराशि अवमुक्त किये जाने के पूर्व जल निगम के द्वारा किये गये कार्यो का नगर आयुक्त एवं महाप्रबन्धक जलकल परीक्षण करने के पश्चात जल निगम को धनराशि अवमुक्त की जाय।
2. परेड कोठी पर कंडम वाहनों को पॉच दिन के भीतर हटाया जाय।
3. सभी जोनो पर जन्म मृत्यु पंजीयन हेतु कम्प्यूटर, कम्प्यूटर आपरेटर की व्यवस्था की जाय।
4. दुर्गापूजा एवं दशहरा के पर्व पर पूरे नगर में बेहतर सफाई, मार्ग प्रकाश एवं पैचवर्क की व्यवस्था की जाय।
5. कोई भी वाहन या मशीनी उपकरणों का क्रय कार्यकारिणी समिति से अनुमोदन कराकर क्रय किया जाय।
बैठक में नगर आयुक्त श्री अक्षत वर्मा, अपर नगर आयुक्त श्री दुष्यन्त कुमार मौर्य, श्री राजीव कुमार राय, श्रीमती सवित यादव, श्री विनोद कुमार गुप्ता, संयुक्त नगर आयुक्त श्री कृष्ण चन्द्र, मुख्य अभियन्ता श्री मोईनुद्दीन, महाप्रबन्धक जलकल श्री अनूप सिंह, सचिव श्री ओ0पी0 सिंह, उपसभापति श्री नरसिंह दास, सदस्य श्री अमरदेव यादव, श्री प्रमोद राय, श्रीमती गरिमा सिंह, श्री मदन दूबे, श्री श्याम आसरे मौर्य, श्री अक्षयवर सिंह, श्री हनुमान प्रसाद, श्री सुशील कुमार गुप्ता, श्री सुरेश कुमार, एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।